
डोईवाला (आशीष यादव)- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोईवाला की बदहाल व्यवस्थाओं व पीपीपी मोड़ खत्म करने की मांग को लेकर यूकेडी ने अस्पताल गेट पर धरना दिया। बता दें कि डोईवाला विधायक व पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री बनते ही डोईवाला की जनता के लिए अस्पताल को पीपीपी मोड़ पर देकर सबसे बड़ी शोगात दी थी।
हालांकि स्थानीय जनता ने इसका जमकर विरोध किया था। लगभग एक माह तक अस्पताल परिसर में धरना प्रदर्शन भी चला था। लेकिन सरकार ने जनता की नही सुनी, ओर डोईवाला के एकमात्र सरकारी अस्पताल को पांच वर्ष के लिए निजी अस्पताल के सुपुर्द कर दिया। एक बार फिर से इस अस्पताल को लेकर सियासत गरमा गयी, ओर यूकेडी ने अस्पताल के बाहर धरना प्रदर्शन कर अस्पताल को पीपीपी मोड़ से मुक्त करने करने की मांग की।
इस दौरान यूकेडी ने आरोप लगाया कि अस्पताल में हर रोज अल्ट्रासाउंड नही किये जाते, जिससे गर्भवती महिलाओं को इधर उधर के चक्कर काटने पड़ते हैं। जबकि पीपीपी मोड़ से पहले इस अस्पताल में हर रोज मरीजों को अल्ट्रासाउंड व एक्सरे की सुविधा मिलती थी। इसके साथ ही अस्पताल में हर रोज अलग अलग डॉक्टर आते हैं। जिससे मरीजों को उचित इलाज नही मिल पाता। साथ ही आरोप लगाया कि यह अस्पताल मात्र रेफर सेंटर बनकर रह गया है। ओर मजबूरन मरीज को प्राईवेट अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है।
वही भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष विजय बख्शी , समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता फुरकान अहमद कुरैशी, कांग्रेस नेता उम्मेद बोरा ने धरना स्थल पर पहुँच अपना समर्थन दिया इस दौरान राकेश, बिना नेगी, लक्ष्मी देवी, पेशकार, शशिबाला, भावना, गौतम, गुड्डू सोलंकी, प्रमोद तोपखाने, लक्ष्मी नेगी, सीमा रावत आदि मौजूद रहे