ऋषिकेश से महेश पंवार की रिपोर्ट: उत्तराखंड की चारधाम यात्रा 14 अक्तूबर से रफ्तार पकड़ेगी। महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्यप्रदेश के तीर्थयात्रियों ने ऋषिकेश में टीजीएमओ और ट्रेवल्स एजेंसियों में करीब 20 वाहन बुक कराए हैं। फिलहाल चारधाम यात्रा बस ट्रांजिट कंपाउंड में सन्नाटा पसरा है। वैश्विक महामारी के चलते बीते साल 2020 में चारधाम यात्रा स्थगित रही।
वर्ष 2021 में महामारी के मामले कम होने पर राज्य सरकार ने 18 सितंबर से कड़े नियमों के साथ यात्रा शुरू की। हर रोज बदरीनाथ में 1 हजार, केदारनाथ में 800, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री में 300 तीर्थयात्रियों के दर्शन की व्यवस्था बनायी। देवस्थानम बोर्ड से ई-पास भी अनिवार्य किया। तीर्थयात्रियों की सीमित संख्या और ई-पास की बाध्यता के चलते बाहरी प्रदेशों से आए तीर्थयात्रियों को वापस लौटने को मजबूर होना पड़ा।
सरकार की कोर्ट में पैरवी के बाद तीर्थयात्रियों के सामने आ रही व्यवहारिक समस्या दूर हो गई। 5 अक्तूबर से ई-पास और धामों में सीमित संख्या में दर्शन की बाध्यता को समाप्त कर दिया। हैरत की बात है छूट मिलने के बाद से तीर्थयात्रियों का टोटा है। अच्छी खबर यह कि 14 अक्तूबर से चारधाम यात्रा में तेजी आएगी। दरअसल, चारधाम यात्रा में ऋषिकेश, हरिद्वार से वाहनों का संचालन करने वाली टीजीएमओयू के पास 14,15,16 अक्तूबर में वाहनों की अग्रिम बुकिंग आयी है।
टीजीएमओ के वरिष्ठ लिपिक धीरज रावत ने बताया कि महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्यप्रदेश के तीर्थयात्रियों ने करीब 20 बसें बुक कराई है। 14 अक्तूबर से चारधाम के लिए बसें रवाना होने लगेंगी। शहर के पंजीकृत ट्रेवल्स एजेंसी संचालकों ने भी 14 से यात्रा के लिए वाहनों की बुकिंग होने की बात कही है।