
चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस में राजनीतिक हलचल अभी भी जारी है। नवजोत सिंह सिद्धू की वजह से लगातार असमंजस का दौर जारी है और हर पल समीकरण बदल रहे हैं। अब सिद्दू ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। वे कह रहे हैं कि पंजाब में जब नया एजी आ जाएगा, वो अपनी जिम्मेदारी फिर संभाल लेंगे।
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस पार्टी के सामने शर्त रख दी है. सिद्धू ने आज (शुक्रवार को) प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि जब तक नए डीजीपी और एजी नियुक्त नहीं किए जाएंगे तब तक वो पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में अपना काम शुरू नहीं करेंगे।
सिद्धू ने कहा कि मैं अपना इस्तीफा वापस ले चुका हूं। बिना नैतिकता की ताकत के सच की आवाज बुलंद नहीं हो सकती है। कांग्रेस पार्टी की इज्जत का सवाल था, पंजाब की अंतरात्मा का सवाल था इसीलिए इस्तीफा दिया था।
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि मैंने इस्तीफा वापिस लिया है। जिस दिन नए एडवोकेट जरनल बनेंगे, मैं ऑफिस रिज्यूम करूंगा। जिन मुद्दों पर कांग्रेस ने सरकार बनाई थी उन मुद्दों पर साढ़े चार साल काम नहीं किया इसीलिए मुख्यमंत्री बदला गया। बेअदबी और ड्रग का मामला सबसे बड़ा है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कार्रवाई नहीं की। डीजीपी और एजी बदलना जरूरी है। मैं तभी अपना ऑफिस ज्वाइन करूंगा। जब एजी और डीजीपी ज्वाइन करेंगे
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सिद्धू ने कहा कि मैंने ड्रग को सबसे पहले पंजाब में एक्सपोज किया। इसमें सिद्धू की बात नहीं है, ये पार्टी की बात है, जिसने देश को आजादी दिलाई थी। मेरा वजूद ही कोई नहीं है, मेरा वजूद सच्चाई है। अपने से ऊपर उठकर समाज की सोचता हूं। मैं अपने से उठकर पंजाब के बारे में सोचता हूं। सरकारों ने गलत काम के लिए अधिकारियों का इस्तेमाल किया।
गौरतलब है कि पंजाब सीएम के पद से कैप्टन अमरिंदर सिंह के हटने और खुद उनके पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के बावजूद नवजोत सिंह सिद्धू का गुस्सा कम नहीं हुआ है। सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से भी वो नाराज बताए जा रहे हैं।