डॉ० डी० सी० पसबोला का नाम उत्तर प्रदेश वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज

डॉ० डी० सी० पसबोला का नाम उत्तर प्रदेश वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज।
मैक्सिमम सर्टिफिकेटस् एंड मैक्सिमम क्वालिफिकेशन्स कैटेगरी में नाम शामिल।
देहरादून: 21 जुलाई 2025, सोमवार।
उत्तर प्रदेश वर्ल्ड रिकॉर्ड्स साल्यूशन्स द्वारा डॉ० डी० सी० पसबोला का नाम उत्तर प्रदेश वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया है।
डॉ० पसबोला ने जानकारी देते हुए बताया कि यह रिकार्ड मैक्सिमम सर्टिफिकेटस् एंड मैक्सिमम क्वालिफिकेशन्स कैटेगरी में बनाया गया है। जिसमें प्रदत्त प्रमाणपत्र में यह उल्लेख किया गया है कि सर्वाधिक प्रमाणपत्र और सर्वाधिक योग्यताएँ प्राप्त करने वाले डॉ. दिनेश चंद्र पसबोला, जिनका जन्म देहरादून, उत्तराखंड में हुआ था, 22 वर्षों के अनुभव के साथ एक अत्यंत समर्पित चिकित्सा अधिकारी (एमओ) और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) हैं। ज्ञान के प्रति अपने जुनून के लिए प्रसिद्ध, उन्होंने आयुर्वेद, योग, श्वास क्रिया, ध्यान, स्वास्थ्य सेवा, स्वास्थ्य, अस्पताल प्रबंधन, चिकित्सा कानून, समग्र (हॉलिस्टिक) चिकित्सा और गुप्त (ऑकल्ट) विज्ञान में असाधारण संख्या में प्रमाणपत्र और योग्यताएँ प्राप्त की हैं। उन्होंने अपनी अद्भुत प्रतिभा और कौशल के लिए कई पुरस्कार जीते हैं। यह दुनिया भर में एक अनोखा विश्व रिकॉर्ड है। हमने उनके असाधारण कौशल की सराहना की और उनका नाम “उत्तर प्रदेश विश्व रिकॉर्ड” में दर्ज किया।
इस कैटेगरी में वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज करने वाले डॉ० डी० सी० पसबोला एकमात्र आयुर्वेदिक चिकित्सक बन गए हैं। यह वर्ल्ड रिकॉर्ड्स प्रमाणपत्र उत्तर प्रदेश वर्ल्ड रिकॉर्ड्स एवं अवार्डस् के संस्थापक प्रमोद कुमार गुप्ता की ओर से वर्ल्ड रिकॉर्ड्स सोल्यूशनस् के माध्यम से डॉ० पसबोला को प्रदान किया गया है।
डॉ० पसबोला की इस उपलब्धि पर सभी शुभचिंतकों द्वारा शुभकामनाएं प्रदान की जा रही हैं।
नोट:- डॉ० डी० सी० पसबोला आयुर्वेद, योग और ध्यान के क्षेत्र में एक प्रसिद्ध व्यक्ति हैं। उनके योगदान को निम्नलिखित बिंदुओं से समझा जा सकता है:
1. मानद डॉक्टरेट : डॉ० पसबोला को काशी हिन्दी विद्यापीठ, वाराणसी, उत्तर प्रदेश द्वारा मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया है, जो कि आयुर्वेद एवं योग में उनकी योग्यता एवं प्रसिद्धि का सूचक है।
2. मानद प्रोफेसरशिप : उन्हें एजु इंडिया स्मार्टोक्रेब एजुकेशन, मुंबई द्वारा मानद प्रोफेसरशिप की उपाधि से सम्मानित किया गया है, जो आयुर्वेद और योग में उनके उत्कृष्ट कार्य को दर्शाता है।
3. आयुर्वेदिक चिकित्सा सेवा : डॉ० पसबोला राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय, देहरादून में चिकित्सा अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं और उन्हें 21 वर्षों का आयुर्वेद चिकित्सा का अनुभव है।
4. योग और ध्यान : उन्हें योग, प्राणायाम और ध्यान में भी 21 वर्षों का अनुभव है, जो उनके आयुर्वेदिक उपचार में सहायक होता है।
5. शिक्षा और जागरूकता : डॉ० पसबोला आयुर्वेद और योग के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मीडिया, सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल माध्यमों का उपयोग करते हैं।
6. सामुदायिक सेवा : उनके द्वारा चलाए गए कार्यक्रम जैसे “हर घर आयुर्वेद” और “करो योग रहो निरोग” समाज में स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को बढ़ावा देते हैं।
इन योगदानों से डॉ० पसबोला आयुर्वेद और योग के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति के रूप में उभरते हैं।