
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव नजदीक ऐसे में आचार संहिता भी लग चुकी है तो वहीं उत्तराखंड से बड़ी खबर सामने आ रही है जहां आचार संहिता के बाद चुनाव लड़ने का सपना देख रहे नेताओं की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। विधानसभा चुनाव 2022 में विधायक बनने का सपना देख रहे उत्तरखंड के 18 नेताओं की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। भारत निर्वाचन आयोग ने आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित किए गए उत्तराखंड के 18 नेताओं की लिस्ट जारी कर दी है।
पिछले चुनाव का खर्च विवरण न दे पाने के कारण निर्वाचन आयोग ने इन्हें सात जनवरी 2023 तक के लिए चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित कर दिया है। लिस्ट में शामिल हैं इन नेताओं के नाम पिछले चुनाव का खर्च विवरण न दे पाने के कारण निर्वाचन आयोग ने इन्हें सात जनवरी 2023 तक के लिए चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित कर दिया है।
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लिस्ट में शामिल हैं इन नेताओं के नाम आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए आयोग ने इन नामों की लिस्ट सभी रिटर्निग अधिकारियों को भी भेजी है। इन नामों में जयप्रकाश उपाध्याय, मधुशाह, गौतम सिंह बिष्ट, विनोद प्रसाद नौटियाल ( सभी देहरादून), राजेंद्र सिंह भंडारी (पौड़ी), सुंदर धौनी (बागेश्वर), बच्ची सिंह, मौ अशरफ़ ( दोनों हरिद्वार) , राजेद्र सिंह (चम्पावत), राजेंद्र सिंह बिष्ट, सुहैल अहमद, विनोद शर्मा, विनय, लाल सिंह, जितेंद्र कुमार, दिनेश कुमार, भुवन जोशी (सभी पिथौरागढ़) का नाम शामिल है।
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चुनाव आयोग ने की चुनाव की घोषणा: चुनाव आयोग ने शनिवार 08 जनवरी को उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी है, जिसके बाद से पांच राज्यों में तत्काल प्रभाव से आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों द्वारा खर्च करने वाले चुनाव खर्च की सीमा को भी बढ़ा दिया गया है। चुनाव आयोग के अनुसार, ये सीमा पांच राज्यों उत्तराखंड, पंजाब, गोवा मणिपुर और यूपी में होने वाले विधानसभा चुनावों पर लागू होगी।