
पिथौरागढ़: उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सभी पार्टियां जोर-शोर से तैयारियों में जुट गई है। विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दल तैयारियों में जुटे हुए हैं, तो वही विपक्षी दल एक-दसरे पर पलटवार करने में नहीं चूक रहे हैं। बरहाल राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है। चुनावी साल में बयानों की बयार शुरू होने लगी है।
उत्तराखंड सरकार ने ईगास पर्व पर छुट्टी का क्या ऐलान किया, इस पर कांग्रेस और बीजेपी में तलवारें खिंच गई हैं। सीएम पुष्कर धामी ने कांग्रेस नेता हरीश रावत पर पलटवार करते हुए कहा कि वो नमाज के लिए छुट्टी देते हैं, और हम ईगास के लिए।असल में कांग्रेस इलेक्शन कमेटी के चेयरमैन और पूर्व सीएम हरीश रावत ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि ‘बीजेपी सरकार को ईगास पर छुट्टी देने की याद साढ़े चार साल बाद आई।
साथ ही उन्होंने आरोप लगाया था कि बीजेपी चुनावी साल में ईगास पर्व पर छुट्टी देकर राजनीतिक फायदा उठाना चाहती है।’ कांग्रेस नेता के आरोपों की जवाब देते हुए सीएम पुष्कर धामी ने बहुत बड़ा पलटवार किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि ‘ईगास पर छुट्टी का ऐलान करने पर पूर्व सीएम हरीश ऱावत कई तरह के बयान दे रहे हैं। हमने तो उत्तराखंड की संस्कृति के पर्याय ईगास पर्व पर छुट्टी दी है, लेकिन हरीश रावत ने अपने कार्यकाल में शुक्रवार को छुट्टी का ऐलान किया था। शुक्रवार को छुट्टी टोपी वालों को नमाज के लिए दी गई थी।’
सीएम पुष्कर धामी ने जिस तरह हरीश रावत के आरोपों का जवाब दिया है, उससे साफ साबित हो रहा है कि चुनावी साल में बीजेपी धर्म के आधार पर कांग्रेस को घेरने का कोई भी मौका हाथ से निकलने नहीं देना चाहती है। बीते विधानसभा चुनावों में भी बीजेपी ने शुक्रवार को नमाज के लिए छुट्टी के मुद्दे पर तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत को घेरने की पूरी कोशिश की थी। बाद में हरीश रावत ने कहा था कि उन्होंने नमाज के लिए छुट्टी का कभी भी कोई आदेश नहीं दिया था। ये पूरी तरह झूठ है, बीजेपी चुनावी फायदे के लिए झूठा प्रचार करती है।