उत्तराखंड

धरातल पर नहीं उतरा मंत्री अजय भट्ट के अब तक के कार्यकाल में यह महत्वपूर्ण काम

धरातल पर नहीं उतरा मंत्री अजय भट्ट के अब तक के कार्यकाल में यह महत्वपूर्ण काम

लालकुआं से गौरव गुप्ता : (नैनीताल) नैनीताल-उधम सिंह नगर लोक सभा सीट से सांसद एवं केंद्रीय पर्यटन व रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट के अब तक के कार्यकाल में सबसे महत्वपूर्ण कार्य आईएसबीटी हल्द्वानी अब तक साकार नहीं हो पाया है। अजय भट्ट ने बतौर मंत्री पद के रूप में 7 जुलाई 2021 पदभार ग्रहण किया था जिसे आगामी 7 जुलाई को 2 वर्ष पूर्ण होने जा रहे हैं। ऐसे में उनके केंद्र सरकार में पर्यटन एवं रक्षा राज्य मंत्री बनने के बाद जनता को उम्मीद थी कि बहुप्रतीक्षित आईएसबीटी हल्द्वानी का कार्य तेजी से प्रारंभ होगा और जल्द पूरा किया जाएगा मगर यह कार्य धरातल पर अभी तक शुरू ही नहीं हो पाया है।

कुमाऊं मंडल में आईएसबीटी पर्यटन का एक बहुत बड़ा माध्यम बन सकता था मगर फाइलों से बाहर आईएसबीटी बनना अभी तक क्षेत्रवासियों के लिए सपना से लग रहा है। बताते चलें कि अजय भट्ट 2019 में हुए आम चुनाव में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को हराकर लगभग तीन लाख से अधिक वोटों के अंतराल से विजयी हुए थे और जनता ने उन्हें अपना सांसद चुना था। उनकी सक्रिय कार्य शैली एवं संगठन के प्रति समर्पण को देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने उन्हें 7 जुलाई 2021 को केंद्रीय पर्यटन एवं रक्षा राज्य मंत्री का दायित्व सौंपा था इसके बाद क्षेत्र की जनता को बड़ी उम्मीद थी कि अब आईएसबीटी का सपना साकार हो सकेगा क्योंकि केंद्र में बतौर पर्यटन मंत्री जैसे महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी भी अजय भट्ट के पास आ गई थी। मगर धरातल की बात करें तो अभी तक आईएसबीटी कागज के पन्नों से बाहर आता है नहीं दिखाई दे रहा है जिससे कि जनता में मायूसी है। वही अब 2024 में लोकसभा चुनाव नजदीक हैं तो अब आईएसबीटी के भविष्य का क्या होगा यह समझ से परे है। इधर राज्य में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार दोबारा रिपीट हुई है जिसका लगभग 1 वर्ष से अधिक का कार्यकाल पूर्ण हो चुका है मगर पर्यटकों को कुमाऊ की हसीन वादियों से जोड़ने के लिए हल्द्वानी में बनने वाले आईएसबीटी जो कि पर्यटन का एक मुख्य आधार भी बन सकता था धरातल पर कहीं बनता नहीं दिखाई दे रहा है वही जनता खुद को ठगा सा महसूस कर रही है। विदित रहे कि उत्तराखंड में तत्कालीन कांग्रेस सरकार में गौलापार में आईएसबीटी की आधारशिला रख दी गई थी

साथ ही यह प्रोजेक्ट दिवंगत कद्दावर कांग्रेसी नेत्री इंदिरा हृदयेश के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल था उस दौर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम तो बन गया और आईएसबीटी का सपना भी साकार होता दिख रहा था मगर राज्य में सत्ता परिवर्तन होते ही इस पूरे प्रोजेक्ट पर मानों ग्रहण लग गया और वह ग्रहण आज भी बरकरार है जिसका खामियाजा सीधे तौर पर आम जनता व पर्यटकों को भुगतना पड़ रहा है। आईएसबीटी ना बनने की वजह से हल्द्वानी में शहर के बींचो बीच एक छोटे से बस अड्डे में लंबी खींचतान करके बसों का आवागमन पर्वतीय व मैदानी क्षेत्रों पर हो रहा है।

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