उत्तराखंडधर्म-संस्कृति

नारद मोह, श्रवण लीला का हुआ मंचन! प्रतीतनगर में रामलीला का शुभारंभ

शिकार पर निकले राजा दशरथ उसे हिंसक पशु समझकर श्रवण कुमार पर बाण चला देते हैं।

ऋषिकेश से महेश पंवार की रिपोर्ट: श्रीराम सेवा एंव सांस्कृतिक मंच की ओर से श्रीराम लीला का मंचन मंगलवार से शुरू हो गया है। पहले दिन की लीला में नारद मोह व श्रवण लीला का मंचन हुआ, जिसमें शिकार करने के लिए निकले राजा दशरथ मृग समझकर श्रवण कुमार पर बाण चला देते हैं।

मंगलवार को हनुमान चैक में श्रीराम लीला का मंचन शुरू हो गया है। सर्व प्रथम रामलीला कमैटी द्वारा विधिविधान के साथ गणेश पूजना किया गया। राम लीला के प्रथम दिन के मंचन नारद मोह और श्रवण लीला का मंचन हुआ। पहले दिन की लीला में श्रवण कुमार अपने अंधे माता-पिता के लिए जल लेने को सरयू नदी के किनारे जाते है।

इसी दौरान शिकार पर निकले राजा दशरथ उसे हिंसक पशु समझकर श्रवण कुमार पर बाण चला देते हैं। जिसके बाद श्रवण कुमार की मौत का पता चलने के बाद दुखी माता-पिता द्वारा राजा दशरथ को पुत्र वियोग में तड़पने का श्राप दे देते हैं।

लीला का शुभारंभ ग्राम प्रधान अनिल कुमार, सागर गिरि, रोहित नौटियाल व शंकर दयाल धनै, जिला पंचायत सदस्य दिव्या बेलवाल व रीना रांगड़ द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कलाकार सुभाष ने राजा दशरथ, राकेश सेमवाल ने श्रवण कुमार व मुकेश तिवाड़ी ने मंत्री सुमंत की भूमिका का सफल मंचन किया।

इस मौके पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष बहादुर सिंह जैनी, रामलीला निर्देशक बाबूराम प्रजापति, सचिव ऋषिराम शर्मा व अजय साहू, उपाध्यक्ष पूरण मोघा, गोपाल गिरि, प्रदीप नगर कोषाध्यक्ष मुकेश भट्ट, सुचित झा, एके सिंह, नीरज नागर, विजय, मनोज कंडवाल, पिंटू प्रजापति, दिलबर पंवार आदि मौजूद रहे।

 

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