
हरिद्वार: एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केदारनाथ मंदिर के दर्शन कर रहे हैं, तो वहीं कांग्रेस और उसके दिग्गज नेता उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हरिद्वार के तिलभाण्डेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना की। इस मौके पर हरीश रावत ने कांग्रेस की शिव पूजा को ईश्वर के प्रति भक्ति, तो भाजपा ओर विशेषकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शिव पूजा को अहंकार का प्रदर्शन बताया है।
हरीश रावत के इस बयान पर बीजेपी की तरफ से प्रति प्रश्न हुआ है कि ‘कांग्रेस और कांग्रेस के हरीश रावत जी, आपकी पूजा भक्ति और मोदी की पूजा अहंकार… आखिर ऐसा क्यों?’
कांग्रेस पार्टी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने के विरोध को लेकर भाजपा ने हमला बोला है। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र भसीन का कहना है कि कांग्रेस पार्टी को आध्यात्म और विकास दोनों से कोई तालुकात नहीं है। यही वजह है कि कांग्रेस पार्टी विरोध कर रही है। उनका कहना है कि कांग्रेस हमेशा से नकारात्मक राजनीति करती है। कांग्रेस को शुद्धि-बुद्धि की जरूरत है।
बता दें कि आज कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी प्रदेश के अलग-अलग शिवालयों में जलाभिषेक किया और भाजपा की शुद्धि बुद्धि के लिए प्रार्थना की। हरीश रावत ने कहा कि उपचुनाव के नतीजों के बाद भाजपा को पहला चांटा लगा है इसके बाद उन्होंने पेट्रोल और डीजल के दाम कम किए हैं, लेकिन जनता अब सब कुछ समझ चुकी है।
इस दौरान हरीश रावत ने अमित शाह पर बोलते हुए कहा कि शुरू से ही अमित शाह के निशाने पर हरीश रावत ही हैं। पहले भी उन्होंने चालबाजी करके मेरी सरकार गिराने की कोशिश की और अब भी उनके निशाने पर मैं ही हूं।
उन्होंने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शिव पूजा पर बोलते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी द्वारा केदारनाथ में की गई पूजा अहंकार का प्रदर्शन है। भाजपा की तरफ से अहंकार का प्रसारण किया जा रहा है। शिव के पास तो भक्त जाता है और हम भी मुख्यमंत्री रहे, लेकिन हमने कभी मर्यादा के खिलाफ कोई काम नहीं किया।