
देहरादून: विधानसभा चुनाव ना लड़ने की इच्छा व्यक्त करने वाले पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत ने अब लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की है। उत्तराखंड की राजनीति की चौसर से किसी अनुपयोगी मोहरे की तरह फिलहाल बाहर हो चुके पूर्व काबीना मंत्री हरक सिंह रावत अब नई विसात बिछाने की तैयारी में हैं।
विधानसभा चुनाव में खुद और पुत्रबधु के चूकने के बाद अब उनकी नजर 2024 के में लोकसभा चुनाव पर है। पूर्व काबीना मंत्री हरक सिंह रावत के लिए बीते छह महीने बेहद उथल पुथल भरे रहे। हर दिन सियासी चर्चाओं के केंद्र में रहने वाला यह कदावर नेता आज अपने ही राजनीतिक अस्तित्व की जमीन तलाशने को मजबूर है।
भाजपा से निष्कासन और कांग्रेस को ज्वाइन करने के लंबे इंतजार बाद उनके हिस्से सिर्फ पुत्रबधु अनुकृति गुसाईं के लिए विधानसभा टिकट आया। मगर, चुनाव में वह खुद के सिलसिलेवार जैसी जीत बहू को नहीं दिला सके। जिसके चलते फिलहाल वह राजनीतिक वनवास भोगने की स्थिति में पहुंच चुके हैं।
2022 चुनाव में हरक सिंह रावत ने विधानसभा का चुनाव ना लड़ने को लेकर भाजपा संगठन से लेकर कांग्रेस आलाकमान तक अपना पक्ष रखा था, लेकिन अब 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव को लेकर हरक सिंह रावत चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
हरक सिंह रावत ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए उन्होंने कभी मना नहीं किया था। लिहाजा इस बार वह लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। लोकसभा की किस सीट से हरक सिंह रावत चुनाव लड़ेंगे इस बात का खुलासा फिलहाल उन्होंने नहीं किया है, लेकिन जानकारों की माने तो वह हरिद्वार व गढ़वाल लोकसभा सीट से चुनाव की तैयारी कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव तभी लड़ पाएंगे जब कांग्रेस उन्हें टिकट देगी आपको बता दें विधानसभा चुनाव में हरक सिंह को उम्मीद थी की कांग्रेस उनकी बहू और उनको दोनों को टिकट दे देगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं और हरक सिंह चुनावी राजनीति से अगले 5 साल के लिए बाहर हो गए।