
यूक्रेन पर रूस के हमले शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन जारी हैं। राजधानी कीव सुबह 7 बड़े धमाकों से दहल गई। लोग रातभर से घरों, सबवे, अंडरग्राउंड शेल्टर में छिपे हुए हैं। खाने-पीने से लेकर रोजाना की जरूरत की चीजों की कमी हो रही है। इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दावा किया है कि रूसी सेना राजधानी में दाखिल हो गई है। उन्होंने आशंका जताई है कि अगले 96 घंटे यानी 4 दिन में कीव पर रूस का कब्जा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि रूसी सेनाएं रिहाइशी इलाकों को टारगेट कर रही हैं।
देखिए Video…..
उन्होंने रूसी नागरिकों से अपील की है कि वे इस जंग के खिलाफ प्रदर्शन करें। वहीं, पश्चिमी यूक्रेन के लीव शहर में हवाई हमले का सायरन सुनाई दिया है। इसके बाद यहां की मेयर ने लोगों को घरों से बाहर न निकलने को कहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस का साथ देने वाले देशों को चेतावनी दी है। बाइडेन ने कहा है कि जो देश यूक्रेन पर युद्ध का समर्थन करेंगे, उनके हाथों पर भी खून लगेगा।
रूसी हमले में अब तक 137 लोग मारे जा चुके हैं, वहीं 316 घायल हैं।
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि दुनिया ने हमें जंग में लड़ने के लिए अकेला छोड़ दिया है।
अमेरिका ने ऐलान किया कि वह यूरोप में 7000 एक्स्ट्रा फोर्सेस की तैनाती कर रहा है।
अमेरिका ने वाशिंगटन में रूसी एम्बेसी में तैनात हाई लेबल डिप्लोमैट को अपने देश से निकाल दिया है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन किया। इससे पहले भारत, पाकिस्तान, ईरान के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन से बात कर चुके हैं।
संघर्ष के बीच यूक्रेन कमजोर भले दिख रहा हो, लेकिन उसने हार नहीं मानी है। कीव तक रूसी सेना पहुंचने की खबर के बीच एक नई जानकारी सामने आई है। कहा जा रहा है कि Melitopol शहर पर यूक्रेन की सेना ने फिर से कब्जा कर लिया है। वहीं यूक्रेन ने (IAEA) को जानकारी दे दी है कि चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र का इलाका अब उसके कंट्रोल में नहीं है।
कीव के पास यूक्रेन की सेना ने एक पुल को उड़ा दिया है। ऐसा रूस की सेना को वहां घुसने से रोकने के लिए किया गया है। हालांकि, रूस की कुछ सेना पहले ही कीव में घुस चुकी है। यह जानकारी खुद यूक्रेन के राष्ट्रपति ने दी है।
ऋषिकेश: यूक्रेन में फंसे गोहरीमाफी के हरीश की सलामती के लिए परिजन चिंतित
ऋषिकेश से महेश पवार की रिपोर्ट
रायवाला के गौहरीमाफी के वार्ड नंबर 11 निवासी हरीश पुंडीर यूक्रेन की राजधानी कीवी में एक होटल में काम करते हैं। स्वजनों के मुताबिक हरीश के लगातार उनकी बात हो रही है। जहां उनको हरीश ने बताया कि सुबह होने पर उनके होटल से 30 किलोमीटर दूरी पर धमाका हुआ, जिसके बाद से वह होटल से बाहर नहीं निकले। हरीश के मुताबिक उनके आस-पास के क्षेत्र में उत्तराखंड के करीब 500 लोग होटल व अन्य जगहों पर काम करते हैं। जिनमें से दो लोग उत्तराखंड के हैं और उनके साथ ही होटल में कार्यरत हैं।
वही हरीश की सकुशल वापसी के लिए उनके पिता राय सिंह पुंडीर व माता उर्मिला ने भारत व उत्तराखंड सरकार से उनकी सकुशल वापसी की गुहार लगाई है। हरीश के परिवार में माता-पिता, उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं। हरीश के स्वजन काफी चिंतित दिखाई दिए। ग्राम प्रधान रोहित नौटियाल ने बताया कि उनकी हरीश से लगातार बात हो रही है। वहां पर सकुशल है, लेकिन भारत सरकार की तरफ से अभी तक उनसे कोई संपर्क नहीं किया गया है। ग्राम प्रधान के मुताबिक हरीश को यह भी पता नहीं है कि भारत जाने के लिए वह कैसे एयरपोर्ट तक पहुंचे।
हरीश ने स्वजनों को फोन पर बताया कि उनको प्रधानमंत्री मोदी पर भरोसा है। उन्होंने स्वजनों को चिंतित न होने के लिए कहा। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ दिन पहले जब तनाव का माहौल बनना शुरू हुआ तो फ्लाइट के लिए टिकट के दाम अचानक बढ़ गए। भारत आने के लिए एक लाख रूपये का टिकट लेना पड़ा। वहीं हरीश की माता का कहना है कि बेटे की सकुशल वापसी के लिए पैसे जुटाने के लिए वह गहने तक बेचने को तैयार हैं।