
देहरादून से कर्णप्रयाग स्थान हुए एक बैंक मैनेजर ने देहरादून की अपनी बैंक शाखा में दो व्यक्तियों के दस्तावेजों पर जाली हस्ताक्षर कर दो बैंक खाते खोले और उनमें लोन के एक करोड़ 15 लाख रुपये डलवाकर गबन कर लिया। देहरादून की निरंजनपुर स्थित यूनियन बैंक आफ इंडिया की बैंक शाखा पहले कारपोरेशन बैंक के नाम से जानी जाती थी। इसी शाखा में अमित सिंह शाखा प्रबंधक थे।
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वर्ष 2019 में आरोपी आरोपी अमित सिंह ने शिवानी नामक महिला के नाम से 53 लाख रुपये और मनोहर सिंह के नाम पर साढ़े 48 लाख रुपये का लोन जारी किया था। बाद में उनका कर्णप्रयाग ट्रांस्फर हो गया। इसके बाद बैंक का अंतिम आडिट 31 दिसंबर 2020 को हुआ। लोन खातों का आडिट करते समय यह गड़बड़ी पकड़ में आई।
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27 जुलाई 2021 को जब आरोपित अमित सिंह के स्थान पर अभिषेक राणा ने बैंक में बतौर शाखा प्रबंधक ज्वाइन किया। बाद में लोन के खातों और आडिट के दौरान लगाई गई आपत्ति का निरीक्षण करते हुए उन्हें पता चला कि दोनों लोन खातों से संबंधित दस्तावेज बैंक के रिकार्ड में मौजूद नहीं हैं।
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जिसके बाद उन्होंने दोनों लोन खातों में प्रयोग की गई आइडी के आधार पर खाताधारकों से संपर्क किया। तो दोनों के द्वारा भी बताया कि उन्होंने बैंक से कोई ऋण नहीं लिया और ना ही किसी दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद शाखा प्रबंधक अभिषेक राणा द्वारा पटेलनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है।