उत्तराखंडराजनीतिहल्ला बोल

ब्रेकिंग उत्तराखंड: यहां खनन व्यवसायियों का उग्र आंदोलन! दिया धरना

प्रधानमंत्री के दौरे का करेंगे विरोध" आत्मदाह दी चेतावनी"कल होगी महापंचायत

लालकुआं से मुकेश कुमार की रिपोर्ट : लालकुआं स्टोन क्रेशरों पर अत्यंत कम भाड़ा देने एवं राज्य सरकार पर रॉयल्टी कम न करने का आरोप लगाते हुए खनन व्यवसायियों ने मोटाहल्दू चौराहे पर धरना देते हुए जबरदस्त प्रदर्शन किया इस दौरान खनन व्यवसायियों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कि साथ ही मांग पूरी ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।उन्होंने कल महापंचायत का ऐलान किया है. इसके बाद आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।

यह भी देखें: उत्तराखंड: नकली डिग्री से हासिल की असली नौकरी! दो शिक्षिका निलंबित

बताते चले कि मोटाहल्दू स्थित चौराहे पर ग्राम प्रधान रमेश चंद्र जोशी के नेतृत्व में एकत्रित हुऐ क्षेत्र के सैकड़ों खनन व्यवसायियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की इस दौरान आक्रोशित खनन व्यवसायियों ने राज्य सरकार पर लाचार खनन निति लागू करने का आरोप लगाते हुऐ कहा कि जब तक राज्य सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती तब तक सभी खनन व्यवसाई अपनी हड़ताल जारी रखेंगे।

उन्होंने कहा कि बीते दो साल से कोरोना काल में सभी लोगों के आगे रोजीरोटी का संकट पैदा हो गया था लेकिन गौला खुलने से कुछ आस जागी थी परन्तु सरकार ने स्टोन क्रेशरों को समतलीकरण करने के नाम पर गड्ढे खोलने की अनुमति दे दी जिसे स्टोन स्वामियों ने गौला रेट के भाड़े में कम कर दिया जिससे उनके आगे भारी संकट उत्पन्न हो गया।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कि गलत निति के चलते स्टोन क्रेशरों को रॉयल्टी के रेट कम और गौला में रॉयल्टी के रेट अधिक है उन्होंने से कहा कि यदि राज्य सरकार द्वारा गोला खनन की रॉयल्टी कम नहीं की तो वह सरकार के खिलाफ आन्दोलन शुरू करेंगे उन्होंने कहा कि सभी खनन व्यवसाई आगामी 24 तारीख को होने प्रधानमंत्री मोदी के दौरे का भी विरोध करेंगे उन्होंने कहा कि अगर उन्हें परिवार को बचाना पड़ा तो वह आत्मदाह के लिए भी तैयार हैं।

इस मौके पर मुख्य रूप से प्रवीन सिंह दानू,बलवंत सिंह मेहरा, सुभाष चंद्र भट्ट, भास्कर नंद भट्ट,मोहन चन्द्र भट्ट,कैलाश चद्र पाडे,अनिल भट्ट, बिमल कडबवाल,जीवन सिंह बोरा,राजेश दूम्का, ललित मोहन,अमित भट्ट, भुवन कबडवाल, कैलाश चद्र,सुरेश जोशी, सुनील कुमार, हेम चंद्र जोशी, अमित पंत सहित भारी संख्या में खनन व्यवसाई मौजूद रहे।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button