अस्पताल के पीपीपी मोड के खिलाफ अनशन पर बैठे 90 वर्षीय बुजुर्ग

डोईवाला (आशीष यादव):- डोईवाला समुदायिक स्वास्थ केंद्र को निजीकरण से मुक्त कराने के लिए चल रहे आंदोलन में आज 90 वर्षीय बुजुर्ग ने भी आमरण अनशन की शुरुआत की।आपको बता दें कि डोईवाला सामुदायिक स्वास्थ केंद्र को निजीकरण से मुक्त कराने के लिए उत्तराखंड क्रांति दल पिछले 16 दिनों से अनिशिचत कालीन धरना प्रदर्शन कर रहा है।
उत्तराखंड क्रांति दल के नेता केंद्र पाल सिंह तोपवाल आज सातवें दिन भी आमरण अनशन पर रहे। पहले उक्रांद कार्यकर्ताओं ने तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद जर्नल विपिन रावत की फोटो पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की और देश के लिए उनके योगदान को याद किया l
इसके साथ ही आज 90 वर्षीय बुजुर्ग राज्य आंदोलनकारी गिरिधरी लाल नैथानी भी सरकार की हठधर्मिता को देखते हुए आज आमरण अनशन पर बैठ गए। इस दौरान उत्तराखंड क्रांती दल के नेता शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि सरकार की हठधर्मिता को देखते हुए हमारे 90 वर्षीय बुजुर्ग को भी मजबूरन आमरण अनशन पर बैठना पड़ा।
अंशन पर बैठे 90 वर्षीय बुजुर्ग गिरधारी लाल नैथानी ने सरकार पर बरसते हुवे कहा कि राज्य आंदोलन के दौरान मैंने उत्तराखंड को उत्तर प्रदेश से अलग करने की लड़ाई लड़ी है। और आज अस्पताल को पीपीपी मोड़ से मुक्त करने की लड़ाई की शुरुआत की गई है। और यह लड़ाई भी मैं तब तक लडूंगा जब तक कि सरकार इस अनुबंध को वापस नहीं ले लेती। चाहे यह आंदोलन कितना भी लंबा लड़ना पड़े।
उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में गरीब रोगी आते हैं। उन्हें सही उपचार नही मिल पाता, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। वहीं उन्होंने सरकार से इस अस्पताल को पीपीपी मोड़ से शीघ्र मुक्त करने की मांग की है। वही रामेश्वर पांडे ने भी सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द डोईवाला स्वास्थ्य केंद्र को पीपीपी मोड से वापस ले।
इस अवसर पर उत्तराखंड क्रांति दल के जिला अध्यक्ष संजय डोभाल, केंद्रीय संगठन मंत्री संजय बहुगुणा, राकेश तोपवाल, श्याम सुंदर, दिनेश सेमवाल, तारा यादव रमेश तोपवाल, हर्ष रावत, निर्मला भट्ट, बबीता रावत, आदि मौजूद रहे