
देहरादून: विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने उत्तराखंड शीतकालीन सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने विधानसभा, सचिवालय और पुलिस विभाग के अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक चौबंद रखने के निर्देश दिए. साथ ही सत्र के दौरान आवश्यक व्यवस्थाओं को भी जल्द पूरा करने को कहा.
विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भाग लेने के लिए विधायकों के लिए आरटीपीसीआर जांच की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। कोविड वैक्सीन की दो डोज होने के बाद भी विधायकों के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य किया गया है। इसके साथ ही सत्र में आने वाले विधायकों का प्रवेश द्वार पर एंटीजन टेस्ट भी किया जाएगा.
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कोविड की संभावना को देखते हुए पूर्व की भांति सत्र के दौरान व्यवस्था की जाएगी. प्रवेश द्वार पर सभी आगंतुकों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी. स्वास्थ्य विभाग को सत्र के दौरान आवश्यक चिकित्सा दल, दवाइयों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं. सत्र के दौरान मुख्य द्वार से ही सदन तक सभी को सैनिटाइज करवाया जाएगा.
दरअसल नौ दिसम्बर से शुरू हो रहे विधानसभा के शीत कालीन सत्र की तैयारियों को लेकर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने मंगलवार को विधानसभा में अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान अधिकारियों को सत्र से संबधित सभी तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान विधायकों के सहयोगी व सुरक्षा कर्मियों को परिसर में आने की अनुमति नहीं होगी।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कोविड की संभावना को देखते हुए पूर्व की भांति सत्र के दौरान व्यवस्था की जाएगी. प्रवेश द्वार पर सभी आगंतुकों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी. स्वास्थ्य विभाग को सत्र के दौरान आवश्यक चिकित्सा दल, दवाइयों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं. सत्र के दौरान मुख्य द्वार से ही सदन तक सभी को सैनिटाइज करवाया जाएगा.
सत्र के दौरान गैर सरकारी व्यक्तियों को परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी. मीडिया कर्मियों को इस बार सत्र में प्रवेश करने की अनुमति दी गई है. पत्रकार दीर्घा एवं दर्शक दीर्घा में 50 प्रतिशत उपस्थिति पर अनुमति दी गई है. पत्रकार दीर्घा में पत्रकारों को रोटेशन वाइज बैठने की अनुमति प्राप्त होगी.
ये भी पढ़ें: मसूरी के जिस घर में रहते थे सर जॉर्ज एवरेस्ट उसका हुआ कायाकल्प, आज हुआ लोकार्पण
विधायकों के सहयोगी और सुरक्षा कर्मियों को परिसर में आने की अनुमति नहीं होगी. सत्र के दौरान विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, नेता सदन, नेता प्रतिपक्ष और मंत्रियों के वाहन को प्रवेश की अनुमति होगी. पूर्व विधायकों से भी परिसर में आने से बचने का अनुरोध किया गया है.
इस बार सभी विधायकों को सभा मंडप में ही बैठने की व्यवस्था होगी. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जाएगा. सत्र के विधायी कार्यों को लेकर बुधवार को कार्य मंत्रणा एवं दलीय नेताओं की बैठक बुलाई गई है. विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि अभी तक विधानसभा को 250 प्रश्न माननीय सदस्यों द्वारा प्राप्त हुए हैं.
उन्होंने कहा कि सत्र की कार्यवाही को वेबकास्ट किया जाएगा. बैठक में विधानसभा के उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान, मुख्य सचिव एसएस संधू, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन, जिलाधिकारी आर. राजेश कुमार, सीएमओ देहरादून मनोज उप्रेती, एसएसपी जन्मेजय खंडूरी, विधानसभा के प्रभारी सचिव मुकेश सिंघल आदि मौजूद थे.
सत्र के दौरान सभी विधायकों को विधानसभा मंडप में बिठाने का निर्णय लिया गया है। कोविड मानकों के तहत पिछले सत्र के दौरान सत्ता पक्ष के विधायकों को दो हिस्सों में बांटा गया था। कुछ विधायक सदन के मुख्य मंडप में बिठाया गया था जबकि कुछ विधायकों को विधानसभा परिषद में स्थित प्रकाश पंत भवन में बनाए गए अस्थाई मंडप में बिठाया गया था। लेकिन इस बार एक ही मंडप होगा। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि सदन के कुछ विधायक हमारे बीच नहीं हैं जबकि दो विधायकों ने सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे में सभी विधायकों को एक ही मंडप में बिठाने का निर्णय लिया गया है।
पत्रकार दीर्घा और दर्शक दीर्घा खुलेगी
विधानसभा में इस सत्र के दौरान पत्रकार दीर्घा और दर्शक दीर्घा को भी खोलने का निर्णय लिया गया है। हालांकि दोनों ही जगहों पर आधी क्षमता के साथ लोगों के बैठने की इजाजत होगी। पत्रकार दीर्घा में पत्रकारों को रोटेशन वाइज बैठने की अनुमति दी जाएगी।