
हल्द्वानी से मुकेश कुमार की रिपोर्ट: प्रदेश में हो रही लगातार बारिश से जहां जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है तो वहीं पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश के बाद नदियां पूरे ऊफान पर बह रही है यहां तक नदियों ने अपना क ई सालों का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है. वहीं बता कोसी और गौला की तो कोसी नदी के पूरे ऊफान में होने से रामनगर कोसी बैराज से लगातार 1लाख 46 हजार क्यूसेक पानी बह रहा है । जिससे प्रशासन नदी किनारे लोगों को बाहर निकालने का काम कर रहा है.
वही पहाड़ों से आने वाली गौला नदी भी पूरे ऊफान पर बह रही है तो गौला बैराज से लगातार 90 हजार क्यूसेक पानी छोडा जारहा है यहां तक बाढ से गौला पुल का बढा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है जिसे देखते प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सुरक्षा बढा दी है ।
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बता दें कि गोला नदी के बाढ को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी स्थलीय निरीक्षण किया तो उन्होंने उत्तराखंड में हुए आपदा को चिंता जाहिर की है । उनका कहना है कि बारिश के बंद होने के बाद ही दैवीय आपदा का आंकलन लगाया जा सकता है।
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वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा कंट्रोल से आपदा की लगातार जानकारी लें रहे है तो वही मौसम की सही होने पर उनके द्वारा हवाई सर्वे भी किया जा रहा है मुख्यमंत्री प्रतिनिधि अनिल डब्बू ने जहां गोला पुल का स्थलीय निरीक्षण किया तो ही उनका कहना है कि बारिश के बंद होने के बाद ही पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से को जल्द सही कराया जाएगा।
गौरतलब है कि आपदा को लेकर नैनीताल जिला प्रशासन लगातार आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर रहा है तो वही पहाड़ों पर हुई आपदा से क ई सडक़ मार्ग भी ध्वस्त हो गये है । एडीएम नैनीताल अशोक जोशी का कहना है कि रविवार से लगातार हो रही बारिश से गोला नदी ने अपने कई साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है वहीं एस पी सिटी जगदीश चंद्र का कहना है की पुलिस लगातार आपदा को देखते हुए लोगों को एतिहाद बरतने के निर्देश दे रही हैं । और नदी किनारों पर एसडीआरएफ और पुलिस जवानों की तैनाती कर रही है।