बहते सीवर से परेशान हैं गाड़ीखाना क्षेत्रवासी! कूड़े का लगा अम्बार
गाड़ीखाना के लोगों का जीना दूभर

मसूरी से वरिष्ठ संवाददाता सतीश कुमार की रिपोर्ट :पर्यटन नगरी कह जाने वाली मसूरी में गंदगी के अंबार लगे हुए हैं पर्यटन नगरी मसूरी के लाइब्रेरी क्षेत्र स्थित गाड़ी खाना के लोगों का जीना दूभर हो गया है बेहतर सीवर और कूड़े के ढेर लगे होने के कारण लगातार बीमारियों का खतरा बना हुआ है साथ ही यहां पर लोगों द्वारा नया डंपिंग जोन बना दिया गया है जहां पर टनों कूड़ा पड़ा हुआ है।
आपको बता दें कि इस और न तो स्थानीय प्रशासन ही ध्यान दे रहा है और ना ही पर्यटन विभाग गंदगी के लगे अंबार के कारण बीमारियों का खतरा बना हुआ है पर्यटन विभाग द्वारा सौंदर्यीकरण के नाम पर करोड़ों रुपए लगाए जा रहे हैं लेकिन लोगों द्वारा कूड़ा और मलवा लगातार फेंका जा रहा है जिसके चलते गंदगी बढ़ती जा रही है साथ ही सड़कों में 3-3 फीट गड्ढे बने हुए हैं जिसके कारण दुर्घटना का लगातार खतरा बना हुआ है जबकि इस मार्ग पर स्थानीय लोगों के साथ साथ छात्र छात्राएँ इस सड़क पर आवागमन करती हैं।
स्थानीय निवासी सचिन बताते हैं कि बरसात के समय यहां पर लगातार होटलों का सीवर बहता रहता है जिससे यहां से गुजरना भी दूभर हो जाता है। सारा मल मूत्र सड़कों पर बहता रहता है जिस से लगातार बीमारी का खतरा बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि यहां पर कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। जबकि नगर पालिका परिषद द्वारा लाखों रुपए सफाई के नाम पर खर्च किए जाते हैं लेकिन यहां पर कोई सुध लेने वाला नहीं है।
उन्होंने बताया कि सीवर लाइन जाते समय यहां की सड़कों पर मरम्मत के नाम पर मात्र खानापूर्ति की गई है जिससे यहां पर गहरे गहरे गड्ढे हो गए हैं। समाजसेवी पंडित मनीष गौनियाल ने बताया कि क्षेत्रवासियों के आह्वान पर वह यहां आए थे और यहां की हालत देखकर वे काफी व्यथित हुए उन्होंने कहा कि यहां पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है और लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।
होटलों की पूरी गंदगी सड़कों पर बह रही है जिससे यहां रहने वालों को काफी परेशानी हो रही है उन्होंने कहा कि ना तो यहां पर स्थानीय प्रशासन और ना सामाजिक संगठन इस ओर कोई ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह इस को लेकर अधिशासी अधिकारी एवं नगर पालिका अध्यक्ष से वार्ता करेंगे। यहां के लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए कहेंगे। उन्होंने कहा कि यदि यहां के लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो वह क्षेत्र वासियों के साथ नगर पालिका और जल संस्थान का घेराव करेंगे।



