
देहरादून: उत्तराखंड की सियासत में बीते कुछ दिनों से दल-बदल का खेल चल रहा है। कांग्रेस के दो और एक निर्दलीय विधायक के बीजेपी में शामिल होने के बाद अब बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य ने आज दिल्ली में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली है।
दरअसल आगामी विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे वैसे दलबदल तेज हो गया है। कांग्रेस और बीजेपी ने दल बदल को ही सत्ता की चाबी समझ लिया है। इसलिए दोनों दलों से नेताओं का कभी इधर तो कभी उधर जाना जारी है। भाजपा ने कांग्रेस से राजकुमार और दो निर्दलीय विधायकों प्रीतम पंवार और राम सिंह कैड़ा को बीजेपी में शामिल कर लिया, लेकिन कांग्रेस ने भी जोर का झटका बहुत तगड़ा दिया।
आपको बता दें कि इस दल बदल के दौर में यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य कांग्रेस में शामिल हो गए। लेकिन यह दल बदल की कहानी अभी यही नहीं रुक रही है। सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आ रही है कि आगामी दिनों में कांग्रेस के एक सीमांत विधायक जोकि हरीश रावत के काफी करीबी बताए जा रहे हैं, उनको बीजेपी तोड़ सकती है।
वही पूर्व में यूकेडी और बीजेपी में रहे ओम गोपाल भी जल्द कांग्रेस का दामन थामने जा रहे हैं। सूत्र बताते हैं उनकी लगभग बात हो चुकी है और इस बीच कभी भी उनको कांग्रेस में शामिल किया जा सकता है, क्योंकि मंत्री सुबोध उनियाल की कांग्रेस में वापसी की संभावना बिल्कुल नहीं है। इसको देखते हुए नरेंद्र नगर में उनके खिलाफ ओम गोपाल के अलावा और कोई चेहरा कांग्रेस को दिखाई नहीं दे रहा है।
वही सूत्र यह भी बताते हैं कि कांग्रेस 31 अक्टूबर के बाद एक मंत्री और एक विधायक को तोड़ सकती है। साफ है आने वाले दिनों में इसी तरह की की तोड़फोड़ दलबदल कांग्रेस में और बीजेपी में जारी रहने वाला है।