देहरादून: कांग्रेस के महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होने कहा कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह कुछ लोगों के बहकावे में आ गए हैं। रावत ने कहा कि कैप्टन को दोबारा विचार करना चाहिए। उन्हें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से भाजपा की मदद नहीं करनी चाहिए।
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि रिपोर्टों में कोई तथ्य नहीं है कि पंजाब कांग्रेस ने उनका अपमान किया है। पार्टी ने हमेशा कैप्टन को सम्मान दिया है। वहीं, कैप्टन अमरिंदर सिंह की तुलना में कांग्रेस के कई नेताओं को कम अवसर मिले।
उन्होंने कहा कि आज लोकतंत्र बचाने का सवाल है। बीजेपी कैप्टन को मुखौटा बनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि पंजाब में चन्नी सरकार बेहतर कार्य कर रही है और बिजली के बिल माफ करके वहां के लोगों को बड़ी राहत दी है। हरीश रावत ने कहा कि पंजाब में भाजपा किस मुगालते में है। बीजेपी वहां सरकार गिराने का पाप करने जा रही है। चन्नी की वहां सरकार बनी है और अच्छे कार्य कर रही है।
बिजली के पुराने बिल माफ किये हैं। कटे हुए कनेक्शनों को जोड़ा गया है। जल्द ही 300 यूनिट बिजली फ्री करने जा रही है। बालू पर भी फैसले लेने जा रही है। ताकि निर्माण में सहूलियत हो। भाजपा को में चेताना चाहता हूं कि वहां स्थिर सरकार को गिराने का काम न करें। कैप्टन अमरिंदर की गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात पर पूछे सवाल पर हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कैप्टन अमरिंदर को बड़ा सम्मान दिया। उन्होंने दो बार पंजाब का मुख्यमंत्री बनाकर सेवा करने का मौका मिला है।
आज देश में एक विचार सभी संवैधानिक संस्थाओं और लोकतंत्र को नष्ट करने की जुगत में जुटा है। किसान पिछले एक साल से सड़कों पर हैं। ऐसे में उम्मीद है कि कैप्टन अमरिंदर किसानों के खिलाफ नहीं जाएंगे, क्योंकि यह समय सोनिया गांधी के साथ खड़े होने का है। सिद्धू की नाराजगी पर हरीश रावत ने कहा कि उनकी मुख्यमंत्री से बातचीत हुई है। कुछ बातें आगे बढ़ी हैं। उम्मीद है कि पंजाब कांग्रेस का मसला पंजाब में ही निपट जाएगा। उत्तराखंड में कांग्रेस के अभियान पर भी बोले हरीश रावत: हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस के लोग गांधी के विचारों को आत्मसात कर रहे हैं।
आगामी 2 अक्टूबर को उत्तराखंड के कांग्रेसी गांव में प्रवास करेंगे। स्वच्छता कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे, दलित समुदाय को लोगों से मिलेंगे। युवा और महिलाओं से मिलेंगे, पार्टी के घोषणा पत्र के लिए सुझाव लेंगे। हरीश रावत ने कहा कि गांधी के मूल्य, रचनात्मक राजनीति के मूल्य हैं। हम गांधी के सिद्धांतों को आत्मसात करेंगे। हर महीने ग्रामीण क्षेत्र में प्रवास करेंगे। हरीश रावत ने कहा कि उनकी दिली इच्छा है कि उत्तराखंड को भी दलित मुख्यमंत्री मिले।