नरेंद्रनगर: उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने राजकीय महाविद्यालय में खोला 137वां अध्ययन केंद्र, उच्च शिक्षा को मिलेगा नया आयाम

रिपोर्ट विनोद गंगोटी।
नरेंद्रनगर, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (यूओयू) ने शुक्रवार को धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय, नरेंद्रनगर में अपना 137वां अध्ययन केन्द्र स्थापित करने के लिए समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए। समझौता पत्र पर उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय से कुलपति प्रो0 नवीन चंद्र लोहनी एवं राजकीय महाविद्यालय से प्राचार्य प्रो0 प्रणीता नन्द ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए।
समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करने से पूर्व कुलपति प्रो0 लोहानी ने कहा कि यह अध्ययन केन्द्र न केवल क्षेत्र में उच्च शिक्षा की पहुंच को सुदृढ़ करेगा, बल्कि शिक्षार्थियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म, शैक्षणिक मार्गदर्शन एवं नवाचार आधारित सीखने के अवसर प्रदान करेगा जिसे विद्यार्थियों, नौकरीपेशा व्यक्तियों, महिलाओं एवं दूरस्थ क्षेत्रों के शिक्षार्थियों को गुणवत्तापूर्ण एवं लचीली शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
उन्होंने इसे दूरस्थ और ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करने की दिशा में सार्थक कदम बताया। उन्होंने बताया कि यूओयू अक्षम लोगों को उच्च शिक्षा के अवसर मुहैया कराने के लिए शीघ्र ही पाठ्यक्रम को संचालित करने की योजना बना रहा है।
महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. प्रणीता नंद ने इसे संस्थान के लिए गर्व का अवसर बताते हुए कहा कि महाविद्यालय की आधारभूत संरचना अच्छी है जिससे यूओयू के 112 से अधिक पाठ्यक्रमों का स्थानीय समुदाय के शिक्षार्थियों को उच्च शिक्षा के विविध पाठ्यक्रमों का सरल और सुलभ लाभ मिलेगा।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. खेमराज भट्ट, क्षेत्रीय निदेशक अनिल कंडारी, तथा महाविद्यालय की ओर से समझौता समन्वयक डॉ. देवेंद्र कुमार के साथ ही महाविद्यालय के प्राध्यापक, कर्मचारीगण एवं छात्र उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ विक्रम सिंह बर्तवाल ने किया।






