राष्ट्रीय राजमार्ग-58 और 132 केवी विद्युत लाइन को खतरा

राष्ट्रीय राजमार्ग-58 और 132 केवी विद्युत लाइन को खतरा
जोशीमठ– सेलंग के समीप झड़कुला में लगातार राष्ट्रीय राजमार्ग-58 धंस रहा है। जिससे उसके समीप जोशीमठ के लिए सप्लाई होने वाली 132 केवी की लाइन खतरे की जद में है। बीते 25 जुलाई को यहीं पर एक निजी होटल, गोशाला और सामुदायिक भवन भूस्खलन से खतरे की जद में आ गए थे, जिसके बाद 7 अगस्त को होटल रघुवीर, गोशाला और सामुदायिक भवन पूरी तरह से भूस्खलन में जमीदोज हो गए थे।
तपोवन विष्णुगाड जलविद्युत पररियोजन के मुख्य सुरंग तक जाने वाली सड़क और प्रवेश द्वार भी भूस्खलन की चपेट में आ गए थे। अगर समय रहते ही सड़क और विद्युत लाइन का विकल्प तैयार नहीं किया गया तो जहां जोशीमठ समेत सीमन्त क्षेत्र को जोड़ने वाली सड़क के टूटने से संपर्क कट जायेगा।
वहीं 132 केवी लाइन टूटने से पूरे सीमन्त क्षेत्र जोशीमठ से पाखी तक लोगों को कई दिनों तक अंधेरे में रहना पड़ेगा। इस स्थान पर सड़क 2 से 3 फिट तक नीचे धंस चुकी है और लगातार धंस रही है। जगह-जगह सड़क पर दरारें पड़ गयी है। पिछले एक महीने से सीमा सड़क संगठन के मजदूर दरारों को मिट्टी से भर रहे है। अगर भूस्खलन से यहां पर सड़क क्षतिग्रस्त होती है तो कई दिनों तक ये सड़क बाधित रहेगी।
आस-पास जोशीमठ को जोड़ने वाली अन्य वैकल्पिक सड़क भी यहां नहीं है। समय रहते ही सीमा सड़क संगठन और यूपीसीएल के अधिकारी इस गंभीर मामले पर संज्ञान लेने के लिए तैयार नहीं है जिससे जोशीमठ वासियों को आने वाले समय में भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है।